Gold Demand Surge 2025: ETF में 170% उछाल, सेंट्रल बैंक खरीद, ₹1 लाख/10gm
Gold Demand Surge 2025 ने वैश्विक और भारतीय निवेशकों के बीच तहलका मचा दिया है, क्योंकि Q1 2025 में गोल्ड इनवेस्टमेंट डिमांड 170% उछली! Gold ETF Inflows 2025 में 226 टन का इजाफा हुआ, Central Bank Gold Buying 244 टन तक पहुंची, और भारत में गोल्ड ETF होल्डिंग्स 11% बढ़ी। Gold Price Forecast 2025 ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम (MCX, GST सहित) को पार कर चुका है, और दीवाली तक ₹1,03,000 की उम्मीद है। Business Today ke mutabik, US-चाइना ट्रेड वॉर, जियोपॉलिटिकल टेंशन, और कमजोर US डॉलर ने गोल्ड को सेफ-हेवन बनाया है। हालांकि, हाई प्राइसेज की वजह से भारत में ज्वैलरी डिमांड 25% घटी। Gold Investment India में ETF, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB), और डिजिटल गोल्ड की डिमांड बढ़ रही है। आइए, गोल्ड डिमांड, ETF ट्रेंड, प्राइस फोरकास्ट, निवेश ऑप्शन्स, और रिस्क की पूरी डिटेल्स देखें।

गोल्ड डिमांड में 170% उछाल: ड्राइवर्स क्या हैं?
Gold Demand Surge 2025 की प्रमुख वजहें:
- ETF इनफ्लो: ग्लोबल गोल्ड ETF होल्डिंग्स Q1 2025 में 226 टन बढ़कर 3,445 टन हुईं। यूरोप (55 टन), एशिया (34 टन, चाइना लीड), और भारत (11% ग्रोथ) ने डिमांड बढ़ाई (Business Today ke mutabik)।
- सेंट्रल बैंक खरीद: Q1 में 244 टन गोल्ड खरीदा, 5-ईयर एवरेज से 24% ज्यादा। RBI ने मार्च 2025 में 0.6 टन जोड़कर 879.6 टन (11.7% फॉरेन रिजर्व) किया (Financial Express ke anusaar)।
- जियोपॉलिटिकल टेंशन: US-चाइना ट्रेड वॉर, भारत-पाक बॉर्डर टेंशन, और US के EU अल्कोहल पर 200% टैरिफ ने सेफ-हेवन डिमांड बढ़ाई (Moneycontrol ke mutabik)।
- कमजोर US डॉलर: फेडरल रिजर्व के रेट कट्स (6% repo rate) और डी-डॉलराइजेशन (BRICS push) ने गोल्ड को सस्ता बनाया (Economic Times ke anusaar)।
- इंफ्लेशन और स्टैगफ्लेशन: 3% ग्लोबल इंफ्लेशन (IMF) और स्टैगफ्लेशन फियर्स ने गोल्ड को हेज बनाया (Livemint ke mutabik)।
- टेक्नोलॉजी डिमांड: AI और सोलर पैनल्स में गोल्ड यूज 12% बढ़ा (World Gold Council, Web ID 12 ke anusaar)।
World Gold Council ke mutabik, Q1 में 552 टन इनवेस्टमेंट डिमांड (2022 के बाद हाइएस्ट) ने गोल्ड की स्ट्रैटेजिक वैल्यू दिखाई। X par @dhanamonline (@post:0) ne kaha ki ETF में 170% उछाल ने गोल्ड को ऑल-टाइम हाई पर ला दिया।
गोल्ड ETF: भारत में बूम
Gold ETF Inflows 2025 भारत में रिकॉर्ड ग्रोथ दिखा रहे हैं:
- होल्डिंग्स: 2020 (21 टन) से 2025 (63 टन) तक 3x बढ़त। फोलियो काउंट 13x बढ़ा (Business Standard ke mutabik)।
- AUM: फरवरी 2025 तक ₹55,677 करोड़, 95.2% YoY ग्रोथ। मार्च में ₹77 करोड़ आउटफ्लो (प्रॉफिट-बुकिंग), lekin AAUM 3.82% बढ़ा (Moneycontrol ke anusaar)।
- टॉप परफॉर्मर्स: SBI गोल्ड ETF (54.35% XIRR), Axis Gold ETF (54.85%), ICICI Pru Gold ETF (54.62%) ने Nifty 50 ETF (2.93%) को पीछे छोड़ा (Business Today ke mutabik)।
- टैक्सेशन: LTCG (12.5%, 12+ महीने), STCG (स्लैब रेट), फिजिकल गोल्ड (24+ महीने LTCG) से टैक्स-एफिशिएंट।
- लाभ: नो स्टोरेज रिस्क, हाई लिक्विडिटी, SEBI-रेगुलेटेड, ग्लोबल प्राइस अलाइनमेंट।
Vishal Jain (Zerodha Fund House) ne kaha ki ETF सुलभ और ट्रांसपेरेंट गोल्ड इनवेस्टमेंट हैं, खासकर रिटेल निवेशकों के लिए (Financial Express ke mutabik)।
गोल्ड प्राइस: ₹1 लाख पार, क्या है फोरकास्ट?
Gold Price Forecast 2025 बुलिश है:
- वर्तमान प्राइस: ₹1,00,000/10gm (MCX, GST सहित), ग्लोबल $3,366.80/oz (Livemint ke anusaar)।
- प्रेडिक्शन्स:
- Goldman Sachs: $3,700/oz (2025-end), $4,000 (mid-2026) (Moneycontrol ke mutabik)।
- UBS: $3,500/oz (Dec 2025)।
- JP Morgan: $3,675/oz (Q4 2025), $4,000 (Q2 2026) (Economic Times ke anusaar)।
- ICICI Bank: ₹87,000-₹96,000/10gm (H2 2025) (Business Standard ke mutabik)।
- Swiss Asia Capital: $8,000/oz (2028) (Web ID 14 ke anusaar)।
- IBJA: ₹1,03,000/10gm (दीवाली 2025) (Financial Express ke mutabik)।
- टेक्निकल लेवल्स: ₹94,500-₹95,000 रेजिस्टेंस, ₹92,000 सपोर्ट (Jateen Trivedi, LKP Securities, Moneycontrol ke mutabik)।
Motilal Oswal ne kaha ki US डॉलर इंडेक्स (DXY) 98 तक गिरने से गोल्ड $3,500/oz को टच करेगा (Web ID 11 ke anusaar)।
भारत में ज्वैलरी डिमांड: 25% गिरावट
हाई प्राइसेज ने ज्वैलरी डिमांड को प्रभावित किया:
- वॉल्यूम: 25% YoY ड्रॉप, lekin वैल्यू 3% बढ़ी (Business Today ke mutabik)।
- ट्रेंड: 40-45% खरीद में पुरानी ज्वैलरी एक्सचेंज, स्मॉल/लाइट पीसेज पॉपुलर (Financial Express ke anusaar)।
- गोल्ड लोन्स: ज्वैलरी को कोलैटरल बनाकर NBFC लोन्स में 15% बढ़त (Web ID 0 ke mutabik)।
- वेडिंग सीजन: अक्टूबर-नवंबर 2025 में रिकवरी की उम्मीद, lekin प्राइस सेंटीमेंट को प्रभावित करेगा।
Titan Company ke MD ne kaha ki हाई प्राइसेज ने मिडिल-क्लास ज्वैलरी डिमांड को शिफ्ट किया (Web ID 5 ke anusaar)।
गोल्ड vs अन्य एसेट्स
- इक्विटी: Nifty 50 (2.93% YTD) vs गोल्ड ETF (54% XIRR)। गोल्ड स्टेबल, इक्विटी हाई-रिस्क/रिवॉर्ड (Business Standard ke mutabik)।
- सिल्वर: $42.26/oz, 43% रिटर्न, गोल्ड (30%) से बेहतर। इंडस्ट्रियल डिमांड (EV, सोलर) सिल्वर को बूस्ट दे रही है (Web ID 12 ke anusaar)।
- बॉन्ड्स: 6% यील्ड (10-ईयर G-Sec) vs गोल्ड का 18% CAGR (3 साल)। गोल्ड इंफ्लेशन हेज में बेहतर (Web ID 3 ke mutabik)।
- क्रिप्टो: बिटकॉइन ($96,473) अस्थिर, गोल्ड स्टेबल सेफ-हेवन (Moneycontrol ke anusaar)।
निवेश ऑप्शन्स और स्ट्रैटेजी
Gold Investment India के लिए ऑप्शन्स:
- गोल्ड ETF: ₹14,948 करोड़ इनफ्लो (FY24-25), लो-कॉस्ट, लिक्विड (Business Today ke mutabik)।
- SGB: 221% रिटर्न (2017-18 Series I, May 2025 redemption, ₹9,486/gm), 2.5% ब्याज (Financial Express ke anusaar)।
- डिजिटल गोल्ड: PhonePe, Paytm पर फ्रैक्शनल इनवेस्टमेंट, 1 ग्राम से शुरू।
- फिजिकल गोल्ड: बार्स, कॉइन्स, 17.01% CAGR (2010-2025), स्टोरेज रिस्क (Moneycontrol ke mutabik)।
- गोल्ड फ्यूचर्स: MCX पर हाई-रिस्क, डेरीवेटिव्स ट्रेडिंग।
स्ट्रैटेजी:
- पोर्टफोलियो: 10-12% गोल्ड में रखें (Santosh Joseph, Germinate Investor Services, Web ID 13 ke anusaar)।
- SIP: ETF में मंथली SIP, लॉन्ग-टर्म ग्रोथ।
- टाइमिंग: ₹92,000-₹94,000 पर खरीदें, प्रॉफिट-बुकिंग ₹1,03,000 पर (LKP Securities ke mutabik)।
- डायवर्सिफिकेशन: गोल्ड + सिल्वर (20% पोर्टफोलियो)।
रेगुलेटरी और टैक्स अपडेट्स
- टैक्सेशन: गोल्ड ETF, SGB पर LTCG (12.5%, 12+ महीने), फिजिकल गोल्ड (20%, 24+ महीने) (Web ID 1 ke anusaar)।
- RBI: SGB लिमिट 4kg (इंडिविजुअल), 20kg (ट्रस्ट्स)। FY25-26 में 2-3 SGB सीरीज (Web ID 2 ke mutabik)।
- SEBI: ETF के लिए सख्त ट्रैकिंग एरर और डिस्क्लोजर रूल्स (Business Standard ke anusaar)।
- इम्पोर्ट ड्यूटी: 15% ड्यूटी (10% बेसिक + 5% AIDC), FY26 में रिव्यू संभावित (Web ID 5 ke mutabik)।
निवेश के फायदे और रिस्क
फायदे:
- सेफ-हेवन: US-चाइना टैरिफ, भारत-पाक टेंशन, स्टैगफ्लेशन रिस्क (Moneycontrol ke mutabik)।
- रिटर्न्स: 18% CAGR (3 साल), 30% (1 साल), इक्विटी से कम वोलैटाइल (Livemint ke anusaar)।
- सेंट्रल बैंक डिमांड: 710 टन/क्वार्टर, स्टेबल बायिंग (Economic Times ke mutabik)।
- ETF बूम: ₹55,677 करोड़ AUM, 13x फोलियो ग्रोथ (Business Today ke mutabik)।
- इंफ्लेशन हेज: 3% ग्लोबल इंफ्लेशन के खिलाफ प्रोटेक्शन (Web ID 12 ke anusaar)।
रिस्क:
- शॉर्ट-टर्म करेक्शन: 25% रैली (6 हफ्ते) के बाद ₹90,000 तक गिरावट संभव (Moneycontrol ke mutabik)।
- ज्वैलरी डिमांड ड्रॉप: भारत में 25% वॉल्यूम गिरावट, सेंटीमेंट रिस्क (Business Today ke mutabik)।
- पॉलिसी चेंज: US रेट हाइक या टैरिफ रिवर्सल से वोलैटिलिटी (Economic Times ke anusaar)।
- लिक्विडिटी: स्मॉल-कैप ETF में लोअर ट्रेडिंग वॉल्यूम (Web ID 4 ke mutabik)।
Siddharth Srivastava (Mirae Asset) ne kaha ki गोल्ड लॉन्ग-टर्म के लिए सॉलिड है, lekin शॉर्ट-टर्म करेक्शन से बचें (Livemint ke mutabik)।
FAQs: Gold Demand Surge 2025
1. गोल्ड ETF में कितनी ग्रोथ हुई?
Q1 2025 में 226 टन (170% YoY), भारत में 11% (Business Today ke mutabik)।
2. गोल्ड प्राइस कितना है?
₹1,00,000/10gm (MCX, GST सहित), $3,366.80/oz (Livemint ke anusaar)।
3. 2025 का प्राइस फोरकास्ट क्या है?
₹1,03,000/10gm (दीवाली 2025), $3,700/oz (2025-end) (Moneycontrol ke mutabik)।
4. सेंट्रल बैंक्स ने कितना गोल्ड खरीदा?
244 टन (Q1 2025), RBI 879.6 टन (Financial Express ke anusaar)।
5. भारत में ज्वैलरी डिमांड क्यों घटी?
25% वॉल्यूम ड्रॉप, हाई प्राइसेज की वजह से (Business Today ke mutabik)।
6. बेस्ट निवेश ऑप्शन क्या है?
ETF, SGB, डिजिटल गोल्ड; 10-12% पोर्टफोलियो में गोल्ड (Financial Express ke anusaar)।
निष्कर्ष
Gold Demand Surge 2025 ने गोल्ड को इनवेस्टमेंट सुपरस्टार बनाया है। Gold ETF Inflows 2025 में 226 टन (170% YoY) और Central Bank Gold Buying (244 टन) ने डिमांड को रिकॉर्ड हाई पर पहुंचाया। Gold Price Forecast 2025 ₹1,03,000/10gm (दीवाली) और $3,700/oz (2025-end) तक जाता है, Goldman Sachs aur JP Morgan ke mutabik। भारत में Gold Investment India ETF (63 टन, 11% ग्रोथ), SGB (221% रिटर्न), और डिजिटल गोल्ड से बढ़ रहा है, lekin ज्वैलरी डिमांड 25% घटी। Business Today ke mutabik, US-चाइना ट्रेड वॉर, 3% इंफ्लेशन, और कमजोर US डॉलर गोल्ड को बुलिश रखेंगे। X par @dhanamonline (@post:0) ne ETF बूम को “game-changer” kaha। Harsh Gahlaut (FinEdge) ne diwali tak ETF aur SGB mein invest karne ki salah di (Financial Express ke anusaar)। Kya aap गोल्ड ETF, SGB, ya डिजिटल गोल्ड में निवेश करेंगे? Apne vichar share karein aur market updates ke liye Financedada.com par bane rahein!
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