Builder.ai Round-Tripping Scandal: 60 मिलियन डॉलर की फर्जी बिक्री का पर्दाफाश!
लंदन स्थित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप बिल्डर.एआई (Builder.ai) और बेंगलुरु की सोशल मीडिया कंपनी वर्स इनोवेशन (VerSe Innovation), जो डेलीहंट की पैरेंट कंपनी है, पर राउंड-ट्रिपिंग के जरिए फर्जी बिक्री (fake sales) दिखाने का गंभीर आरोप लगा है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों कंपनियों ने 2021 से 2024 तक एक-दूसरे को समान राशि के इनवॉइस जारी किए, बिना किसी वास्तविक सेवा या उत्पाद के आदान-प्रदान के, ताकि निवेशकों के सामने अपनी आय को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा सके। इस Builder.ai Round-Tripping Scandal ने भारत और वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम में हलचल मचा दी है। इस लेख में हम इस घोटाले का पूरा विवरण, इसके प्रभाव, और इससे जुड़े तथ्यों को विस्तार से समझेंगे।

राउंड-ट्रिपिंग क्या है? / What Is Round-Tripping?
राउंड-ट्रिपिंग एक ऐसी प्रथा है जिसमें दो कंपनियां आपस में पैसे का लेन-देन करती हैं, बिना किसी वास्तविक सेवा या उत्पाद के आदान-प्रदान के, केवल अपनी आय को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के लिए। यह प्रक्रिया निवेशकों को गुमराह करने और कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत दिखाने के लिए की जाती है। बिल्डर.एआई और वर्स इनोवेशन पर आरोप है कि उन्होंने 2021 से 2024 तक इस प्रथा का उपयोग किया, जिसमें बिल्डर.एआई ने वर्स से लगभग 60 मिलियन डॉलर की आय दिखाई, जो वास्तव में फर्जी थी।
घोटाले का विवरण / Details of the Builder.ai Round-Tripping Scandal
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इस घोटाले में निम्नलिखित प्रमुख बिंदु शामिल हैं:
- 2021-2024 के बीच लेन-देन: दोनों कंपनियों ने एक-दूसरे को समान राशि के इनवॉइस जारी किए, जिसमें कई मामलों में कोई वास्तविक सेवा प्रदान नहीं की गई।
- नकली आय: बिल्डर.एआई ने वर्स इनोवेशन से एप्लिकेशन डेवलपमेंट और अन्य सेवाओं के लिए 60 मिलियन डॉलर की आय दिखाई, जो कथित तौर पर फर्जी थी।
- छिपाने की रणनीति: इनवॉइस की राशि और समय को इस तरह व्यवस्थित किया गया था कि संदेह न हो, लेकिन दोनों कंपनियों ने लगभग समान राशि खर्च की।
- डेलॉइट की ऑडिट चेतावनी: वर्स इनोवेशन की 2023-24 की वित्तीय रिपोर्ट में डेलॉइट ने आंतरिक नियंत्रणों में कमजोरी की ओर इशारा किया, जिसमें विज्ञापन आय और आपूर्तिकर्ता संबंधों में खामियां थीं।
बिल्डर.एआई की स्थिति / Builder.ai’s Current Situation
बिल्डर.एआई, जिसे 2016 में स्थापित किया गया था, एक ऐसी AI कंपनी है जो बिना कोडिंग के कस्टम ऐप्स बनाने का दावा करती है। यह स्टार्टअप कभी 1.5 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन पर पहुंचा था और माइक्रोसॉफ्ट, QIA (कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी), और जंगल वेंचर्स जैसे बड़े निवेशकों का समर्थन प्राप्त था। हालांकि, हाल के घटनाक्रमों ने कंपनी को गहरे संकट में डाल दिया है:
- दिवालियापन की घोषणा: मई 2025 में बिल्डर.एआई ने दिवालियापन (bankruptcy) के लिए आवेदन करने की घोषणा की, जब इसके प्रमुख ऋणदाता वियोला क्रेडिट ने कंपनी के खातों से 37 मिलियन डॉलर जब्त कर लिए।
- कर्मचारी छंटनी: कंपनी को अपने अधिकांश कर्मचारियों को नौकरी से निकालना पड़ा, क्योंकि भारत में बचे 5 मिलियन डॉलर के फंड को विदेशी कर्मचारियों के भुगतान के लिए उपयोग नहीं किया जा सका।
- अमेरिकी जांच: अमेरिकी अभियोजकों ने बिल्डर.एआई से वित्तीय विवरण, लेखा नीतियां, और ग्राहक सूची मांगी है, जो इस घोटाले की गंभीरता को दर्शाता है।
वर्स इनोवेशन की प्रतिक्रिया / VerSe Innovation’s Response
वर्स इनोवेशन, जो डेलीहंट और जोश जैसे लोकप्रिय ऐप्स की पैरेंट कंपनी है, ने इन आरोपों को खारिज किया है। कंपनी के सह-संस्थापक उमंग बेदी ने बयान दिया कि:
- “यह बिल्कुल आधारहीन और गलत है कि वर्स ने ऐसी सेवाओं के लिए बिलिंग की या खर्च दर्ज किए, जो प्रदान नहीं की गईं या प्राप्त नहीं हुईं।”
- वर्स ने अपनी 2022-23 की आय को 1,809 करोड़ रुपये से संशोधित कर 1,356 करोड़ रुपये किया, जिसे भारतीय लेखा मानकों (Indian Accounting Standards) के अनुपालन के लिए किया गया बताया।
- डेलॉइट ने वर्स की वित्तीय रिपोर्ट को “सच्चा और निष्पक्ष” माना, लेकिन आंतरिक नियंत्रणों में कमजोरियों को उजागर किया।
दोनों कंपनियों में छंटनी / Layoffs at Both Companies
इस घोटाले के साथ-साथ दोनों कंपनियों ने हाल ही में बड़े पैमाने पर छंटनी की है:
- वर्स इनोवेशन: 17 मई 2025 को कंपनी ने 350 कर्मचारियों को निकाला, ताकि AI पर ध्यान केंद्रित किया जा सके और लागत कम की जा सके। इससे पहले 2021 में 150 कर्मचारियों की छंटनी हो चुकी थी।
- बिल्डर.एआई: कंपनी को अपने अधिकांश कर्मचारियों को नौकरी से निकालना पड़ा, क्योंकि नकदी की कमी और विदेशी भुगतान पर प्रतिबंधों ने संकट बढ़ा दिया।
घोटाले का प्रभाव / Impact of the Builder.ai Round-Tripping Scandal
इस घोटाले ने भारत और वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम पर गहरा प्रभाव डाला है:
- निवेशकों का विश्वास: निवेशकों में AI स्टार्टअप्स के प्रति संदेह बढ़ सकता है, खासकर जब बिल्डर.एआई जैसी हाई-प्रोफाइल कंपनी 2024 की बिक्री को 300% तक बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने की बात स्वीकार कर चुकी है।
- नियामक जांच: अमेरिकी अभियोजकों की जांच और डेलॉइट की ऑडिट चेतावनियां स्टार्टअप्स के लिए सख्त वित्तीय पारदर्शिता की मांग को बढ़ा सकती हैं।
- AI उद्योग पर प्रभाव: चैटजीपीटी के लॉन्च के बाद AI स्टार्टअप्स में निवेश की होड़ बढ़ी थी, लेकिन इस घोटाले ने इस उत्साह पर सवाल उठाए हैं।
घोटाले से संबंधित जोखिम और सबक / Risks and Lessons from the Scandal
इस घोटाले से कई महत्वपूर्ण सबक मिलते हैं:
- वित्तीय पारदर्शिता की आवश्यकता: स्टार्टअप्स को अपनी आय और लेन-देन में पूर्ण पारदर्शिता बरतनी चाहिए।
- आंतरिक नियंत्रणों का महत्व: डेलॉइट की ऑडिट चेतावनी दर्शाती है कि कमजोर आंतरिक नियंत्रण गंभीर वित्तीय गड़बड़ियों को जन्म दे सकते हैं।
- निवेशकों की सावधानी: निवेशकों को स्टार्टअप्स की वित्तीय स्थिति की गहन जांच करनी चाहिए, खासकर हाई-वैल्यूएशन वाली AI कंपनियों में।
बिल्डर.एआई और वर्स इनोवेशन का अवलोकन / Overview of Builder.ai and VerSe Innovation
विवरण / Detail | बिल्डर.एआई / Builder.ai | वर्स इनोवेशन / VerSe Innovation |
---|---|---|
स्थापना / Founded | 2016 | 2007 |
मुख्यालय / Headquarters | लंदन, यूके / London, UK | बेंगलुरु, भारत / Bengaluru, India |
प्रमुख उत्पाद / Key Product | कस्टम ऐप डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म / Custom App Development Platform | डेलीहंट, जोश / Dailyhunt, Josh |
वैल्यूएशन / Valuation | 1.5 बिलियन डॉलर (2022) / $1.5 Billion (2022) | 5 बिलियन डॉलर (2022) / $5 Billion (2022) |
प्रमुख निवेशक / Key Investors | माइक्रोसॉफ्ट, QIA, जंगल वेंचर्स / Microsoft, QIA, Jungle Ventures | कनाडा पेंशन प्लान, अन्य / Canada Pension Plan, Others |
वर्तमान स्थिति / Current Status | दिवालियापन की प्रक्रिया में / Filing for Bankruptcy | छंटनी और ऑडिट जांच / Layoffs and Audit Scrutiny |
नोट: यह जानकारी ब्लूमबर्ग और इकॉनमिक टाइम्स की रिपोर्ट्स पर आधारित है। नवीनतम अपडेट के लिए संबंधित कंपनियों की वेबसाइट चेक करें।
निवेशकों और स्टार्टअप्स के लिए टिप्स / Tips for Investors and Startups
इस घोटाले से प्रेरित होकर, निवेशक और स्टार्टअप्स निम्नलिखित टिप्स का पालन कर सकते हैं:
- गहन वित्तीय जांच: निवेश से पहले कंपनी के वित्तीय विवरण और ऑडिट रिपोर्ट्स की गहन जांच करें।
- आंतरिक नियंत्रण मजबूत करें: स्टार्टअप्स को अपने आंतरिक नियंत्रणों को मजबूत करना चाहिए ताकि गड़बड़ियों से बचा जा सके।
- पारदर्शी संचार: निवेशकों के साथ पारदर्शी संचार बनाए रखें और फर्जी आंकड़ों से बचें।
- नियामक अनुपालन: भारतीय और अंतरराष्ट्रीय लेखा मानकों का पालन करें।
- जोखिम प्रबंधन: उच्च-वैल्यूएशन वाली कंपनियों में निवेश से पहले जोखिमों का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें।
FAQs: बिल्डर.एआई राउंड-ट्रिपिंग घोटाले से संबंधित सामान्य प्रश्न / FAQs: Common Questions About Builder.ai Round-Tripping Scandal
1. बिल्डर.एआई राउंड-ट्रिपिंग घोटाला क्या है? / What Is the Builder.ai Round-Tripping Scandal?
यह घोटाला बिल्डर.एआई और वर्स इनोवेशन पर 2021-2024 के बीच फर्जी बिक्री दिखाने के लिए राउंड-ट्रिपिंग करने का आरोप है, जिसमें 60 मिलियन डॉलर की नकली आय शामिल थी।
2. राउंड-ट्रिपिंग का मतलब क्या है? / What Does Round-Tripping Mean?
राउंड-ट्रिपिंग में दो कंपनियां आपस में पैसे का लेन-देन करती हैं, बिना वास्तविक सेवा या उत्पाद के, ताकि आय को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा सके।
3. बिल्डर.एआई ने दिवालियापन क्यों दर्ज किया? / Why Did Builder.ai File for Bankruptcy?
बिल्डर.एआई ने मई 2025 में दिवालियापन दर्ज किया क्योंकि इसके ऋणदाता वियोला क्रेडिट ने 37 मिलियन डॉलर जब्त कर लिए और कंपनी नकदी संकट में फंस गई।
4. वर्स इनोवेशन ने आरोपों का क्या जवाब दिया? / How Did VerSe Innovation Respond to the Allegations?
वर्स के सह-संस्थापक उमंग बेदी ने आरोपों को आधारहीन और गलत बताया, कहा कि सभी लेन-देन वैध सेवाओं जैसे क्लाउड कंप्यूटिंग और विज्ञापन के लिए थे।
5. इस घोटाले का स्टार्टअप इकोसिस्टम पर क्या प्रभाव पड़ेगा? / What Impact Will This Scandal Have on the Startup Ecosystem?
यह घोटाला AI स्टार्टअप्स में निवेशकों के विश्वास को कम कर सकता है और सख्त नियामक जांच को बढ़ावा देगा।
निष्कर्ष / Conclusion
Builder.ai Round-Tripping Scandal ने भारत और वैश्विक स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। बिल्डर.एआई और वर्स इनोवेशन पर Builder.ai fake sales के आरोप और बिल्डर.एआई का AI startup bankruptcy इस बात का संकेत है कि स्टार्टअप्स को वित्तीय पारदर्शिता और मजबूत आंतरिक नियंत्रणों पर ध्यान देना होगा। निवेशकों को भी सावधानी बरतनी चाहिए और गहन जांच के बाद ही निवेश करना चाहिए।
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