ICICI Bank Fraud: कैसे एक कर्मचारी ने 110 ग्राहकों से चुराए 4.58 करोड़ रुपये
ICICI Bank के एक रिलेशनशिप मैनेजर ने 4.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर सनसनी मचा दी। जानें कैसे हुआ यह फ्रॉड और अपनी वित्तीय सुरक्षा के लिए क्या करें।

एक चौंकाने वाला बैंक फ्रॉड
हाल ही में, ICICI Bank की कोटा, राजस्थान शाखा में एक रिलेशनशिप मैनेजर, साक्षी गुप्ता, ने 2020 से 2023 के बीच 110 से अधिक ग्राहकों के खातों से 4.58 करोड़ रुपये चुराकर स्टॉक मार्केट में निवेश किए। इस धोखाधड़ी ने न केवल बैंक की सुरक्षा प्रणालियों पर सवाल उठाए, बल्कि ग्राहकों, खासकर वरिष्ठ नागरिकों, को वित्तीय सुरक्षा के प्रति और सतर्क होने की चेतावनी दी है। आइए, इस ICICI Bank fraud के पीछे की कहानी और इससे मिलने वाले सबक को समझें।
फ्रॉड कैसे हुआ?
26 वर्षीय साक्षी गुप्ता ने अपने पद का दुरुपयोग कर ग्राहकों के खातों से धन चुराया। उसने निम्नलिखित तरीकों का इस्तेमाल किया:
- Fixed Deposits का दुरुपयोग: साक्षी ने 31 ग्राहकों के fixed deposits को समय से पहले तोड़ा और 1.34 करोड़ रुपये अपने कब्जे में लिए।
- Overdrafts और Personal Loans: उसने 40 खातों में बिना अनुमति के overdraft सुविधाएँ शुरू कीं और ग्राहकों के नाम पर personal loans लिए।
- Pool Account का उपयोग: चुराए गए धन को एक तीसरे पक्ष के pool account में जमा किया गया, जिससे लेनदेन को ट्रैक करना मुश्किल हो गया। इस account से धन को Zerodha और ICICI Direct जैसे प्लेटफॉर्म्स पर स्टॉक मार्केट में निवेश किया गया।
- OTP और नोटिफिकेशन में हेरफेर: साक्षी ने ग्राहकों के मोबाइल नंबर को अपने रिश्तेदारों के नंबरों से बदल दिया, ताकि OTP और ट्रांजेक्शन अलर्ट ग्राहकों तक न पहुंचें।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उसने यह सारा पैसा स्टॉक मार्केट के futures and options (F&O) ट्रेडिंग में निवेश किया और सारा धन खो दिया।
फ्रॉड का खुलासा कैसे हुआ?
यह धोखाधड़ी तब सामने आई जब एक वरिष्ठ नागरिक ग्राहक ने अपने खाते से 3.22 करोड़ रुपये की अनधिकृत निकासी देखी। इसके बाद ICICI Bank की आंतरिक ऑडिट टीम ने जांच शुरू की, और 18 फरवरी 2023 को कोटा की DCM शाखा के मैनेजर तरुण दधीच ने उद्योग नगर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की। 31 मई 2025 को साक्षी को उसकी बहन की शादी के दौरान गिरफ्तार किया गया।
ICICI Bank ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कर्मचारी को निलंबित कर दिया और प्रभावित ग्राहकों के वैध दावों का निपटारा किया। बैंक ने बयान जारी कर कहा, “हमारी ग्राहकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। हमारी नीति किसी भी धोखाधड़ी के प्रति जीरो टॉलरेंस की है।”
वरिष्ठ नागरिक क्यों बने निशाना?
साक्षी ने मुख्य रूप से उन वरिष्ठ नागरिकों को निशाना बनाया जो डिजिटल बैंकिंग से कम वाकिफ थे। उनकी तकनीकी जानकारी की कमी का फायदा उठाकर उसने:
- खातों से जुड़े मोबाइल नंबर बदले।
- डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म्स और Insta Kiosk मशीनों का दुरुपयोग किया।
- अपने डिजिटल निशान छिपाए, जिससे सहकर्मियों और मैनेजर को संदेह न हो।
इससे ग्राहकों को क्या सबक मिलता है?
यह ICICI Bank fraud हमें वित्तीय सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण सबक देता है:
- अपने खाते की निगरानी करें: नियमित रूप से अपने बैंक स्टेटमेंट, fixed deposits, और loan एक्टिविटी की जांच करें। कोई भी अनधिकृत लेनदेन तुरंत बैंक को रिपोर्ट करें।
- मोबाइल और ईमेल अपडेट रखें: सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर और ईमेल ID बैंक के साथ अपडेट हैं, ताकि आपको सभी OTP और ट्रांजेक्शन अलर्ट मिलें।
- फॉर्म्स स्वयं भरें: बैंक कर्मचारियों को आधे भरे फॉर्म्स न दें। हर फॉर्म खुद भरें और उसकी कॉपी रखें।
- डिजिटल साक्षरता बढ़ाएँ: खासकर वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल बैंकिंग के बारे में जागरूक करें। iMobile Pay जैसे ऐप्स का उपयोग सीखें।
- ICICI Bank Customer Care: किसी भी संदिग्ध गतिविधि के लिए तुरंत 1800 1080 पर संपर्क करें।
बैंकों के लिए सबक
यह घटना बैंकों के लिए भी एक चेतावनी है। ICICI Bank ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की, लेकिन इससे कुछ सवाल उठते हैं:
- कर्मचारियों की निगरानी को और सख्त करने की जरूरत।
- डिजिटल सिस्टम में कमजोरियों को दूर करना, जैसे OTP बायपास और अनधिकृत fixed deposit क्लोजर।
- ग्राहकों को नियमित जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत।
निष्कर्ष
यह ICICI Bank fraud एक कड़वी याद दिलाता है कि वित्तीय सुरक्षा के लिए सतर्कता जरूरी है। साक्षी गुप्ता ने 110 खातों से 4.58 करोड़ रुपये चुराकर स्टॉक मार्केट में गंवाए, लेकिन ICICI Bank ने प्रभावित ग्राहकों को नुकसान से बचाया। फिर भी, यह घटना हमें सिखाती है कि अपनी वित्तीय जानकारी को सुरक्षित रखना और बैंकिंग गतिविधियों पर नजर रखना कितना महत्वपूर्ण है।
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लेखक के बारे में: Chintan Patel, एक वित्तीय विशेषज्ञ और लेखक, जो व्यक्तिगत वित्त और बैंकिंग सुरक्षा पर विश्वसनीय जानकारी प्रदान करते हैं।
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